जो तुम्हें नहीं मंजूर बखान-ए-किस्सा-ओ-राज़, वो शाम-रजत, मैं रोज़ वक़्त पर सो जाऊँगा, ना कलम लिखेगी कलाम रजत। कुछ यूँ कहा मैंने खुद से..... #वार्ता #conversation #YQdidi yq #कलम #Yqbhaijan .....