किस्मत के खेल में उलझे हुए हैं मौजूदा वक्त,हालात मेरे खिलाफ हैं समंदर जैसी सख्शियत लिए फिरते थे वक्त ऐसा की बूंद-बूंद की ख्वाइस है मुझे ©Writer Gk tiwari #जिन्दगी #gk001 #writergktiwari