क्या कहूँ इनके बारे में जो भी होगा कम ही होगा, सैंकड़ों सालों तक शोषण हुआ इस देश में हमारा, अंग्रेजो के आने पर तो मुल्क के बचे लोग गुलाम हुए, जबकि हम लोग तो उससे पहले भी गुलाम थे, बाबा साहब ने उस जुल्म का विरोध किया, हमें अधिकार दिलवाए कि हम भी मनुष्य हैं, जहाँ पढ़ना लिखना सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित कर दिया गया था, उस कुप्रथा में इन्होंने पढ़कर देश को नई दिशा दी, दुख होता हैं जिन महिलाओं के अधिकारों के लिये ये हमेशा प्रयत्नशील रहे, उन महिलाओं को आज भी पता नहीं कि आखिर अंबेडकर साहब थे कौन? बाबा साहब के इस 129वें जन्म दिवस पर अपने आस पास, घर परिवार, मित्र महिलाओं को बताइये की बाबा साहब ने जितना उनके लिये किया वो किसी दूसरे ने नहीं किया, यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जय भीम, जय भारत, जय भारतीय संविधान 🙏🙏 दुर्गमेघजैसलमेर777 #भीमजयन्ती #bhimjaynti #14अप्रैल #14अप्रैल #विश्वसमानतादिवस