अपनी खूबसूरती लिखूँ या अपनी अदा लिखूँ.. या अपनी ख़ामोश ज़ुल्फ़ों से उतरी छांव लिखूँ....! नज़ाकत से बनी हूँ मैं खूबसूरती ही मेरा गहना है.. निगाहों से हँसी ख़्वाब और मुस्कुराहट से मेरी सवेरा है..! मेरे इशारे पर सभी नाचें क्या जादू ये मेरा है.. चेहरा मेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ का पहरा है..! ज़ुल्फ़ मेरी बादल जैसी आँखों में मेरे समुंदर है.. हर रंग फ़ीका मेरे आगे मुझसे रोशन ये हरपल है..! इनकार नहीं करती मैं, मैंने खूबसूरती और भी देखी है.. पर मेरे(ऋषिका) हुस्न की चमक जहाँ भर में फीकी है..!! ©rishika khushi ख़ुद की तारीफ़ #nojoto❤ #तारीफ़ #खूबसूरती #NojotoEnglish