कदम मिलायें तो किस से मिलायें उनके साथ अब चलने में डर लगता है जो कभी अपना हुआ करते थे उनसे अब बाते करने में डर लगता है हम आज भी उन लोगों से मिला करते है मगर पहले की तरह मिलने में डर लगता है बात क्या है जो अब अच्छा नहीं लगता उन लोगों का साथ देने में डर लगता है कैसे उन लोगों को मैं भूल सकता हूँ आरिफ उन दोस्तों को भूलने में डर लगता है कदम मिलायें तो किस से मिलायें उनके साथ अब चलने में डर लगता है जो कभी अपना हुआ करते थे उनसे अब बाते करने में डर लगता है हम आज भी उन लोगों से मिला करते है मगर पहले की तरह मिलने में डर लगता है