ये इश्क़ मोहब्बत शिकवे गिले शिकायतों का कारवां थीं जुस्तजू मिलने की था दुआओं का कारवां ये गम की लिखावट आसुं की सजावट ये टीस तन्हाई ये दर्द का कारवां कहां वो खुशी के पल प्यार का दलदल तेरी बाहों की पनाह वो आंखो के इशारे वो मुस्कुराहट का कारवां अब गम ओर बस तन्हाई दर्द ए जाम ओर रुसवाई मन में अकेलापन है बस तेरी यादों का कारवां था कभी मेरा तेरा मोहब्बत इंतजार इबादत चाहत भरा कारवां अब है आसुं का समंदर मगर किनारों से दूर जुदाई ओर चीखों की सरसराहट का कारवां ना जाने कहां हो गया ओझिल तेरी मेरी मुस्कुराहट का कारवां शरारत का कारवां तेरी चाहत का कारवां वो मेरी चाहत का कारवां #shayri