*तू है यही * मेँ वहां हू जहा तू नहीं , पर मुझे लगे तू है यही मेरी होके भी लगे तू है नहीं क्यूँ दूर है तू मेरे आ जरा तू ऐ करीब कब तलक तू याद आये जब तलक मे हू यही एक दिन गुजर जाएगी ये हंसी और ये खुशी आना है तो पास आओ क्यूं दूर हो खड़ी प्यार है जो हमसे तो करीब क्यूँ नहीं आ जरा पास मेरे दिल को क्यूँ सता रही दिल मिलेगे फिर वही जहा मिले थे हम कहीं प्यार है तो है सही गलत तो कुछ भी नहीं -उMESH #poetryloverspoetryloverspoetryloversd#poetry