#5LinePoetry रक्त बिक रहा है, भक्त बिक रहा है। सब मुफ्त देने वाला दरख्त बिक रहा है।। जश्न बिक रहा है, शोक बिक रहा है। बर्बाद करने सल्तनत को, वजीर बिक रहा है।। अच्छा-बुरा हर तरहा का, अब वक्त बिक रहा है।। ©आपका जीत (दिल जीत) #5LinePoetry #Nojoto #nojotonews #jeetkijubani Vishal kumar "Vishal" Sudha Tripathi