लिखने को अब क्या लिखूँ, मैं आपके सम्मान में। सफ़र आप संग खूबसूरत है, मैं हूँ इसी अभिमान में। मैं था एक अल्हड़, नौसिखिया सा लिखने वाला। साथ आपके चल पड़ा, मैं इस लेखन के मैदान में। नए मित्र, रचनाकारों ने, मेरा खूब उत्साहवर्धन किया। उनके सानिध्य में खूब सीखा, मुझ जैसे नादान ने। आपका प्रोत्साहन मुझे, जब जब यूँ मिलता गया। नित्य नई बुलंदियाँ छुई, इस विशाल से आसमान में। अभिलाष को "साहिल" बनाया, आपके ही सम्मान ने। सफ़र आप संग खूबसूरत है, मैं हूँ इसी अभिमान में। Dedicating a #testimonial to कोरा काग़ज़ 💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞 शुक्रिया कोरा काग़ज़ मेरी रचनाओं को चुनकर मुझे एक माह का प्रीमियम सब्सक्रिप्शन उपहार में प्रदान करने के लिए। आपकी नवाज़िश के लिए दिल से शुक्रिया एवं आभार। आपके सम्मान में चंद पंक्तियाँ लिखा रहा हूँ। आशा है कि आपकी नवाज़िश इन पंक्तियों में भी मिलेगी। लिखने को अब क्या लिखूँ, मैं आपके सम्मान में। सफ़र आप संग खूबसूरत है, मैं हूँ इसी अभिमान में।