ज़िंदगी तेरी ही पता, पूछ रही है गोया, तेरी ज़िंदगी के हर हिस्से में खुशी आये ज़ोया।। Dedicating a #testimonial to ज़ोया 🖤 ज़ोया मेरी किताब संजीवनी का central character है, कितनी जिंदगियां ज़ोया के इर्द गिर्द घूमती हैं, स्वभाव से मिठास, सबका मन जीतने वाली ज़ोया जो एक सिस्टर (नर्स) है, अपने मरीजों के लिए समर्पित है। दीप कुलभूषण