मेरा महबूब मुझे राहत से दूर कर ग्या ' जान कहने वाला आज जीना मुश्किल कर गया ' #ishq ' #यकीं लबो से #ब्या शब्दों से नहीं #ख़ामोशी को भी #समझ सकता हे '