वो लायक़-ए-मश्कूर है , वो ही मेरे तबीब है ज़माल उनके रूख़ का , मशरिक़ का आफ़ताब है #NojotoQuote लायक़-ए-मश्कूर :- तारीफ़ के लायक़ तबीब :- डॉक्टर , वैद्य जमाल :- खूबसूरती मशरिक़ - ज़िधर से सूर्य निकलता है आफ़ताब :- सूर्य #nojoto #hindi #poetry #writers #hindiwriters Arun Raina