रिश्ते
निधि और आयुष आज आमने सामने आ गए थे या फिर यूँ कहे कि किस्मत उन्हें एक बार फिर एक दूसरे के सामने लेकर आ गई थी तो गलत नहीं होगा। दोनों ही अपने बच्चों की ख़ुशी के लिए आज एक दूसरे के सामने थे लेकिन उनके दिल में एक डर था कि जो कुछ उनके रिश्ते के साथ हुआ था वही अंजाम कही उनके बच्चों के रिश्तों का न हो।
उन दोनों को अपना अतीत याद आ रहा था जिसका सबसे ज्यादा असर आयुष पर हुआ था। वो शुभांकर की शादी थी जहाँ निधि और आयुष की पहली मुलाकात हुई थी। निधि की माँ अपनी बेटी के लिए एक सुयोग्य वर की तलाश में थी और आयुष उन्हें पहली ही नज़र में भा गया।
धीरे धीरे निधि और आयुष के परिवार वालों ने उनके रिश्ते की बात आगे बढ़ाई और फिर दोनों में चोरी छिपे मिलने का सिलसिला शुरू हुआ। अब आयुष निधि को ही अपने जीवनसाथी के रूप में देखना चाहता था।