मेरा गम मेरा ईश्क़ मेरी उल्फ़त मेरी रज़ा है शायद यही चाहत को पाने की सजा है शिकायत करु या मोहब्बत करु या खुद को गुमराह कर दू बस यही आपसे इल्तिज़ा हैं iltija