किसी कलाकार के लिए कला है ज़िन्दगी, आम आदमी कहता क्या बला है ज़िन्दगी, हसना,रोना,गुस्सा,प्यार न जाने कितने पहलु है तेरे ज़िन्दगी, बस इंसान समझने में थोड़ा नादान हैं वरना कमाल है ज़िन्दगी, हर पहलू ताश के पत्तों जैसा है, अगर सही न निकले तो इंसान कहता क्या बला है ज़िन्दगी। रोज़ कोई न कोई बखेड़ा खड़ा हो जाता है। आख़िर क्या बला है ज़िन्दगी! #बलाहैज़िन्दगी #collab #yqdidi #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi