उलझनें तेरी हैं,उलझनें मेरी भी, उलझनों में फँसी हुई यह जिंदगी। कैदी तू है यहाँ,कैदी मैं भी हूँ यहाँ, कैद सी हो रही,ये अपनी जिंदगी। यह दौर ए मुश्किल चल रहा है, ना तेरे बस में है,ना मेरे बस में है, इस दौर की ये बेबस दिल्लगी।। Fantasy Writer® कैद होती जिंदगी। #बेबस #जिंदगी #कैदी #उलझन #दिल्लगी