तेरे प्यार में लाज़मी ही था हर ओर बस तू ही हमें दिखता था तू रहा हमारे दीवानेपन से बेख़बर ना जाने कहाँ रह गई हमारे प्यार में कसर छोड़ दिया तूने हमें सारे राह जिसे चाहा हमने वो ही बना हमारे दुख की वजह जीवन की राह में अब अकेले ही चलना है हमें गहरे से गहरे घाव का इलाज बन जाता है समय अब खुशियों को गले लगायेंगे हम आगे ही आगे बढ़ते जाएंगे भुला के अपने सभी ग़म सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे ✍🏻 सभी प्रतिभागी अपनी अभिव्यक्ति के लिए पूर्ण स्वतंत्र हैं 💗 पंक्तियों की बाध्यता नहीं है. 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें