गुलज़ार भरा है गुलों के रंग से आ रंग दे मोहे अपने ही रंग में हो गई खता अब जाने दे, चल फिर से ग़ज़ल लिखे दिल के कागज पर प्रीत के कलम से ।। #Nojoto,#मोहे रंग दे