हमें ठुकरा दे जो ज़माना वो ज़माना हो नहीं सकता.......... हमरी मुहब्बत की कुटिया में कभी कोई रो नहीं सकता..... तुम बेशक़ सभी को अपना बनाने का हुनर जानते हो....... मगर हमारा होके कभी कोई किसी का हो नहीं सकता.... -यश बंसल #zmana #reading #muhabbat #Bansal_diaries