मायूस हो गए थे हम बहुत ज़िंदगी की हर जंग हारकर कोई अच्छा सिला ना मिला हमें, थक गए हम चूर होकर अब हमें कुछ भी लेना-देना ना रहा किसी से भी चल रहें हैं हम जीवन की राह में अकेले नाउम्मीद होकर 📌नीचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 की प्रतियोगिता :- 242 में स्वागत करता है..🙏🙏 💫आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।