सवेरा मैंने बहुत मुश्किलों का सामना किया है , इस मुश्किल भरे समय में अपनों को भी पराया होते देखा है मैं रोया बहुत रोया उस रब को भी जी भर कोसा मुझे अपनी जिंदगी बोझ लगने लगी हर वक्त यही शिकायत रहती जरूर ये मेरे बुरे कर्मों के फलका भोग है , कोई भी मुझ पर भरोसा नहीं करता बस दिखावे की सहानुभूति जो और ज्यादा नफरत से भर देती फिर एक दिन तुम आयीं मेरी जिंदगी में, तुमने मुझे अपनाया और मुझे गले लगा कर कहा - तुम जीवन के कठिनतम सफर से गुजर चुके हो उम्मीदें जिन्दा रखो , बेखौफ मुस्कुराओ और खुद से प्यार करो अब सबेरा तुम्हें बुला रहा है #अंधकार_के_बिना_सबेरा_अर्थहीन_है