उनके लवों की मुस्कान देख खुश हो जाते हैं तकनीक इश्क़ की हमें कभी आयी ही नही धड़कन का बढ़ना,साँसो का थमना,नज़रो का झुकना हाँ सब गुज़रती है...पर ये बाते कभी किसीको बतायी नही बस तुम्हे ही बसा रखा है ज़र्रे ज़र्रे में तुम्हारे बिना तस्वीर किसीकी बटुये में कभी लगायी नही ज़ुल्मत में बैठकर चाँद को निस्फ़ होते देखते है बस मुकम्मल मिल जाये इश्क़...ये आरज़ू कभी जगायी नही -siya ज़ुल्मत=अंधकार,निस्फ़=आधा #StreetNight #ishq #Love #hindipoetry #Nojoto #nojotohindi #Emotion