सांसें थमने लगी थी मेरी बिना कोई वजह मुझसे तेरा दूरियां बढ़ाना कैसे कर लूं मैं यकीन तुम गलत थे छुप कर आंसू तो तुम भी बहा रहे थे सब को दिख रहा कुछ और था लेकिन तुझे मेहसूस तो सिर्फ मैं कर रही थी कभी तुझे याद मेरी आए राह से मेरी गुजर जाना ख़ुद को संभाल लेना मेरे बिना ख़ुदा से मेरी यही दुआ रहेगी जानती हूं तुम मेरी आवाज़ सुन नहीं सकते पर मुझे ये भी मालूम है बिना कुछ कहे तुम मेरी हर बातों को समझ जाते याद है मुझे दूर जाने से तेरा घबराना कभी तुझे याद मेरी आए राह से मेरी गुजर जाना नाराज़ नहीं थी मैं तुमसे शायद किस्मत को मंजूर यही था सफ़र में साथ तेरा मेरा शायद यहीं तक था मैं रहूं या ना रहूं तुम मेरे लिए हमेशा खुश रहना कभी तुझे याद मेरी आए राह से मेरी गुजर जाना कभी तुझे याद मेरी आए राह से मेरी गुजर जाना..... ▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️ पसंद आए तो प्लीज़ शेयर करना ना भूले .....🙏🙏🙏 #manshikashyap