ये लकीरें मेरे हाथों की, तेरा-मेरा नाम जोड़ती हैं.. मानो कातिब-ए-मुकद्दर भी अपने इश्क़ का दीवाना है !! #hindipoetry #shayari #muskansaxena #nojotolucknow