माँ कैसे तुम हम बच्चों से अथाह प्रेम कर लेती हो #हमारी_बातें अधरों से नहीं नैनों से ही पढ़ लेती हो माँ क्यों तू नाराज नहीं होती, ऊंची तेरी आवाज नहीं होती माँ कैसे हमारी नादानियों को तुम सीने में दफ़न कर लेती हो माँ ममता की मूरत हो तुम, ऊपरवाले की सूरत हो तुम माँ हर दर्द को कैसे मेरे तुम आलिंगन से ही हर लेती हो माँ हम कितना तुम्हें सताते हैं, गुस्सा आने पर चिल्लाते हैं माँ तुम मुसकुरा कर गुस्से को मेरे अपने आंचल में भर लेती हो माँ क्यों इतनी अच्छी हो तुम, दिल की इतनी क्यों सच्ची हो तुम माँ तुम हर बुरी नजर को कैसे चूल्हे में ही भसम कर देती हो माँ नौ महीने कोख में पाला है मुँह से #उफ्फ तक ना निकाला है माँ सीने से अपने तुम दुग्ध पिला फिर हमको जीवंत कर देती हो माँ ममत्व का सागर हो तुम, अथाह प्रेम की गागर हो तुम माँ कैसे नैनों में गम को छुपा बस प्यार की बारिश कर लेती हो #चौबेजी #चौबेजी #माँ #मातृदिवस #mothersday #mother #ममत्व #mom