एक सपना था अपना एक नीला आकश था अपना एक परी थी जो उसमे रहती थी एक वादा था परी का इस नाददान से, की एक दिन उत्तर कर आएगी वोह आसमान से आज परी वोह दिखाई दी है उसकी आहट ,उसकी मुस्कुराहट सुनाइ दी है जानते हो वोह परी कौन है ??,, जो सब जानते हुए भी मौन है...☺☺। #firstquotehere