जुमलेबाजी का अफसाना गया, ऊंचे महलों का आशियाना गया, मोहल्ले फिर आपस में बातें करेंगे, मुखलाफ्त से भरा निशाना गया, पड़ोसियों की फिर चहल पहल होगी, गमों से भरा घराना गया, किसी नए के आ जाने से, पुराने रिश्ते खत्म नहीं होते, लौटेगा दौर सतयुग वाला, अब नफरतों से भरा जमाना गया। ©Vik Pathak सतयुग #Star