अंतःमन है घिरा हुआ , इन कूंचो से गलियारो से मन की उठती ललकारो से | मन घायल है , ह्दय की धडकन रुपी तलवारो के वारो से | मत डर नाविक , मन सागर की उठती इन विचलित लहरो से , तुझको तो आलिंगन करना है वो वीरान पडे किनारो से | ✍✍✍krishna #मन #उद्गार #मै_और_मेरामन #Dullness