हज़ारों फूलों की खुशबू से, एक गुलाब महका होगा, हसरत तो देखों , कितनी खुबसूरत हुई है, शामों सहर दुआओं के बाद , खुदा नजाकत असफाक हुआ होगा, लग ना जाये इन्हें कोई नज़र, खुदा से मेरी हर रोज , दुआ इबादत में इनके लिए मशवरा होगा, रांझा हिर से भी खूबसूरत ये जोड़ी है, खुदा ने भी इसे, अपने हाथों से बड़ी फुर्सत से बनाया होगा। ©Pinki इश्क हो तो ऐसा