तमाम उम्र कोशिश रही ना रहे निशां बाकी कोई ना ही यादों की बज़्म सजे ख्यालों में हो न साकी कोई लेकिन आसां नहीं होगा ये अश्क़ आँखों में ठहर जाएंगे हम भुलाना भी कितना चाहे तुमको भूल ना पाएंगे ♥️ Challenge-980 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।