दोषों से घिरा मेरा कल हर मोड़ पर इस बात का अहसास कराती हैं, कि हूँ ना जाने कितनी गलतियां कि हर बार, पछताने पर मजबूर कर जाती हैं, लोगों की ना चाहते हुए भी सुनना पड़ता हैं, वो सच वाली कड़वी बातें मुझे अंदर तक झकझोर देता है, फिर भी मुझे चुप रहना पड़ता हैं, अकेले होने पर उन गलतियों को जब याद करती हूँ, खुद से खुद को ही कोषा करती हूँ, हूँ क्यों जिन्दा बस यही सोचा करती हूँ दोषों से घिरा मेरा कल मुझे और मेरे आज को बर्बाद किए जा रहा है, और मैं बैठे उन्हीं कुछ लोगों की तरह अपनी ही जिंदगी का तमाशा बनते देख खुश हुए जा रही हूँ।। #दोष #नोजोटो