हसीन सपना सूफी सलाम.. .... देखा गया था पल दो पल के लिए और मक़ाम से कही दूर निकल गया..... सूफी आलम लिए नादाँ हो गया.. बेखुदी दरारों से टपकती रही और में खुदा से मिल गया...... ©G0V!ND_DHAkAD #bekhudi or #safina #HaseenSapna