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Written by Harshita Dawar ✍️✍️ बार बार कितनी बार

Written by Harshita Dawar ✍️✍️


बार बार कितनी बार कहती रही।
बार बार कितनी बार सहती रही।
बार बार कितनी बार अपने पे कीचड़ उचहलवा ती रही। 
बार बार कितनी बार तड़प ती रही।
बार बार कितनी बार बेबस रही।
बार बार कितनी बार चीखती रही।
बार बार कितनी बार मीट ती रही।
बार बार कितनी बार भरभर रो ती रही।
बार बार कितनी बार बे मौनी सी लगी ये ज़िन्दगी।
बार बार कितनी बार ज़िन्दगी की राह खतम करने ही चली थी।
बार बार बस अब मेरी चुन्नी को कोन्ना अटका पा ती रही। 
हर बार मेरी बेटी को देखकर रुकती रही ।
हर बार अपने को रोक ना पाती थी।
बार बार नहीं हर बार मेरी बेटी ही जीने की राह बन रही है।
जीना सिखा रही है। हासा रही है ।रुला रही है।
जीने सिखा रही है।।।
 कहने को ये दो शब्द हैं मगर किसी भी बात से जुड़ जाते हैं और कविता बना देते हैं।
#बारबार #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
Written by Harshita Dawar ✍️✍️
#SHEROSOriginals##Jazzbaat#

बार बार कितनी बार कहती रही।
बार बार कितनी बार सहती रही।
Written by Harshita Dawar ✍️✍️


बार बार कितनी बार कहती रही।
बार बार कितनी बार सहती रही।
बार बार कितनी बार अपने पे कीचड़ उचहलवा ती रही। 
बार बार कितनी बार तड़प ती रही।
बार बार कितनी बार बेबस रही।
बार बार कितनी बार चीखती रही।
बार बार कितनी बार मीट ती रही।
बार बार कितनी बार भरभर रो ती रही।
बार बार कितनी बार बे मौनी सी लगी ये ज़िन्दगी।
बार बार कितनी बार ज़िन्दगी की राह खतम करने ही चली थी।
बार बार बस अब मेरी चुन्नी को कोन्ना अटका पा ती रही। 
हर बार मेरी बेटी को देखकर रुकती रही ।
हर बार अपने को रोक ना पाती थी।
बार बार नहीं हर बार मेरी बेटी ही जीने की राह बन रही है।
जीना सिखा रही है। हासा रही है ।रुला रही है।
जीने सिखा रही है।।।
 कहने को ये दो शब्द हैं मगर किसी भी बात से जुड़ जाते हैं और कविता बना देते हैं।
#बारबार #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
Written by Harshita Dawar ✍️✍️
#SHEROSOriginals##Jazzbaat#

बार बार कितनी बार कहती रही।
बार बार कितनी बार सहती रही।

कहने को ये दो शब्द हैं मगर किसी भी बात से जुड़ जाते हैं और कविता बना देते हैं। बारबार collab yqdidi YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshita Dawar ✍️✍️ SHEROSOriginals#Jazzbaat# बार बार कितनी बार कहती रही। बार बार कितनी बार सहती रही।