मैंने मान लिए #कसूर हैं सब मेरे.. हैं ना #चालाकियाँ मुझमें तेरे टक्कर की... इल्ज़ाम हैं जैसे #संमदर का पानी.. सफाईयाँ म़हज़ एक प्याली है #शक्कर की... ©Nishank Pandey 🤐🤐