रात के अंतिम प्रहर तक नींद का ना आना... देर-सवेर तक उनींदी आँखों से आलस का ना जाना... ख़्वाइशों की कश्तियों में अरमानों की पतवार चलना... ए दिल तू सम्भल जा...ए दिल अब तो तू सुधर जा... ©Monika Matolia Sharma #khwaishon_ki_ot_se #wetogether