#FourLinePoetry जिंदगी की चासनी में ग़र प्यार का गुलाब जामुन मिल जाये ! न रहेगी ये कड़वाहट जीस्त में ग़र दिल से दिल मिल जाये! न रखो फीका जिंदगी के स्वाद को ,न रहेगी कोई तन्हाई ग़र जहन में अपनेपन की चासनी घुल जाये! ©Dinesh Kashyap #FourIinePoetry # प्यार की चासनी #fourlinepoetry