तेरी चौखट से गुजरे किधर जाएंगे, यूँ तो पत्ते है टूट कर बिखर जाएंगे,,, नुमाईश नही अब जमी कि हमें, भटकते हुए हम दर-बदर जाएंगे,,, तेरे शहर कि रंगत मोहित है हम पर, दिल परेशान है अब अपने घर जाएंगे,, बड़ा फ़िज़ूल अब हैं किस्सा ये तेरा, ये प्यादे दो घर चलकर ठहर जाएंगे,,, तुम लगा देना बाजी जान कि हम पर, हम वो इक्के नही जो बादशाह से मर जाएंगे,, मोहित•°● #newday. teri chaukhat se.... M.S.Writes...Insta mohit 8817. #A shayar....