#FourlinePoetry शाम का सुरमयी धुंधलका नील गगन में छाया है। सूरज ने जाते जाते निज किरणों से सोना सा बिखराया है। आज का निर्धारित लक्ष्य पूर्ण न होने का दुःख तो है किन्तु कल के लिए सबने मन में कुछ नया विचार बनाया है।। ©Veena Kapoor सुरमई धुंधलका सूरज की किरणें निर्धारित लक्ष्य उत्तम विचार #fourlinepoetry