मैं कौन हूँ, क्या हूँ , मेरी औक़ात क्या है । मेरा वजूद क्या है , मेरी बिसात क्या है । बस तुम्हीं दिलो दिमाग पर, छा जाते हो, जागती आँखों, सपने दिखा जाते हो । मिलन और जुदाई की बातें होती हैं । शामेग़म और तन्हाई की बातें होती हैं। तेरे नाम से शुरु, मेरा कलाम होता है । तेरे नाम पर ख़त्म, कलम का काम होता है। महफिले शेरोशायरी के, तुम ही तो हो साक़ी, महफिले मोहब्बत का , हर जाम तेरे नाम होता है। OPEN FOR COLLAB✨ #ATलिखतेलिखतेयादनहीं • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.