हमको सब कुछ दिखाई दे रहा है , यानी तुमको भुला रहे हैं | मैं तेरी छाँव से निकल आया , ये पेड़ मुझको बुला रहे हैं | एक किस्सा था जो अधूरा रह गया ,कुछ जख्म जिनको छुपा रहे हैं | तू मुझे दिल में रखता हैं तो फिर , ये लोग अंदर कहाँ से आ रहे हैं | ©Ankit #alone #Shayar#gumnamshayar#sadshayari#poetry#trend#trending