वो अधर पर तेरे बंसी वो सांवली तेरी सूरत मोर मुकुट तोको सोहे मन मंदिर में तेरी मूरत प्रेम रस का भान कराया जब हजारों गोपिया पटाया एक बार फिर आजा ओ कान्हा तेरी जरूरत हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी गोलू स्वामी janmastmi