वो याद करे ना करे यह उनकी मर्जी है जी चाहे जहाँ जाये वो उनकी सरदर्दी है हमे क्या हम तो जी लेंगे ऊपर वाले के सहारे वो मृत्युलोक में खुशहाल रहे यह हमारी मर्जी है। गलती उनकी भी नही यह तो दस्तूर है आप नही तो कोई और उनका हुजूर है हम तो डरते रहे जीवन मे कोई कदम उठाने से और वो जो कदम चले हमे वो सब मंजूर है। शिकवा उनसे नही और अपने से स्वीकार नहीं जिसका जीवन जिससे जुड़ा है वो मिथ्या नहीं यह तो खुद को फुसला बहला लेने वाली बात है जो एक बार दिल मे उतर जाए वो उतरता नहीं। #यादें #प्यार