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ना चाहत के अंदाज़ अलग ना दिल के जज़्बात अलग थी सारी

ना चाहत के अंदाज़ अलग
ना दिल के जज़्बात अलग
थी सारी बात लकीरों की
तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग
- Piyush Mishra पीयूष मिश्रा जी की कलम से|
ना चाहत के अंदाज़ अलग
ना दिल के जज़्बात अलग
थी सारी बात लकीरों की
तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग
- Piyush Mishra पीयूष मिश्रा जी की कलम से|
swechhas4861

Swechha S

Silver Star
Entrepreneur Creator

पीयूष मिश्रा जी की कलम से| #विचार