***** दुआ का असर ***** माहौल कुछ ठीक नहीं सरहद पर आजकल कहाँ कब क्या हो जाए अजीब से हैं यह पल मैंने उसी वक्त अपने पल्लू का एक कोना था निकाला पढ़ कर दुआ तेरी कलाई पर वीरे था मैंने बाँधा PLEASE READ FULL VERSES IN THE CAPTION 👇 पिछले ही महीने की तो बात हेै यह छुट्टी लेकर आए थे वीरे तुम घर ज़रा तेरे चेहरे पर इक राज़ की बात थी जो क्यों ना बता पाए थे तुम मुझे ज़रा तुम्हारी इक बात अब तक याद है मुझे राखी भेज देना इस बार जल्दी तुम ज़रा मैं समझती कुछ इससे पहले ही भईया