वाकिफ़ तो रावण भी था अपने अंजाम से मगर, खाएगा वो मात एक दिन श्री राम से मगर। उद्धार होना चाहता था प्रभु के हाथों, मरने को तो मर सकता था आराम से मगर।। #रावण#अंज़ाम#मगर #