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वो रो रही थी,तड़फड़ा रही थी, वो खून आखों से बहा रह

वो रो रही थी,तड़फड़ा रही थी,
वो खून आखों से बहा रही थी।
वो जो दर्द से भी दर्दनाक थी,
वो कहानी मुझे सुना रही थी।

सुना था कि कदर बढ़ गई है बेटियों की हिन्दुस्तान में,
एक ओर नन्ही लाश मिली मेरे गांव के कूड़ेदान में। please read once
वो रो रही थी,तड़फड़ा रही थी,
वो खून आखों से बहा रही थी।
वो जो दर्द से भी दर्दनाक थी,
वो कहानी मुझे सुना रही थी।

सुना था कि कदर बढ़ गई है बेटियों की हिन्दुस्तान में,
एक ओर नन्ही लाश मिली मेरे गांव के कूड़ेदान में। please read once