जीवन के इस मोड़ पे खुद हम आये नही हैं लाये गए हैं तेरी कसम सच रोये नही हैं वक़्त के मारे रुलाये गए हैं। राह में दीप लिए जलते हम अपनी राह भुलाये गए हैं भूल गए सब नाम हमारा कि नाम से तेरे बुलाये गए हैं। कहते कहते सब कह डाले झूठ को सच कहना नही आया रोते रहे तन्हाई में पर तेरे बिना रहना नही आया। पीर सहे नही नीर बहे जब नीर बहे सहना नही आया बह तो गए लिए प्रेम शिखा पर डूब गए बहना नही आया। देवेंद्र प्रताप वर्मा #jindagikerang ©Devendra Pratap Verma #zindagikerang