यादें तुम ऐसी देना कोशिश करने पर भी जो याद न आयें न ग़म के फसाने हों न याद खुशी लाये बहुत बुरा तज़ुर्बा है खुशी भी बाद में बाड़ ग़मों की लाये नमस्कार लेखकों🌸 आज के #rzdearcharacters में हम लेकर आये हैं #rzप्रिय_सितंबर। सितंबर का माह जैसे बरसात की आखिरी बूँदों में बसी मिट्टी की सौंधी खुशबू की तरह है, दिल से उतरकर यादों में बस जाना ही इसकी फितरत है। क्या इस सितंबर आप कागज़ की नावों में कविताएं भरकर बहाएंगे या फिर आने वाले सर्द मौसम के लिए कहानियों के ऊन में खुदको बुन लेंगे?✨ Collab करें हमारे इस खास पोस्ट पर और इस माह के प्रति अपने विचार प्रकट करें।