तन सुंदरता एक तत्व है, मन भी सुंदर होना होगा हँसना गर उन्मुक्त गगन में, भूतल गिर कर रोना होगा अर्ध ऊर्ध्व के प्लावन में, जीवन फलदायी होता है मनुष्य दाम कितना ही भर ले, सिधर प्राण सब खोता है शाश्वत सुख है भारत का, जो तन सौंदर्य न सीमित है मन वच कर्मण एक बनाये, पीयूष धार से सींचित है वन्दन प्रेम तपस विभ हित, पृथ गगन अगिन वय पानी बन चंचल मन धृत जिवन समर में, ब्रह्मविद्या तर ज्ञानी बन "देह और देही" एक अनूठी कविता... #alokstates #essentiallydeep #spirituality #enlightenment #oneness_of_souls #yqbaba #yqdidi #कविता deepti tuli Fazal Imaan