अनुशीर्षक में पढ़ें जीवन के नेपथ्य में..— % & Hello Resties! ❤️ सबको को ख़ुश रखना चाहा था मगर सबने सिर्फ़ नाख़ुशी का मुज़ाहिरा किया ! कभी उफ़्फ़ तक नहीं की फ़र्ज़ निभाने में थके भी तो हँस के थकन को भुला दिया ! टीस उठी जो सीने में! दिल ने रोना चाहा